TRAGEDY OF LIFE IS NOT DEATH, BUT WHAT WE LET INSIDE US DIE WHILE WE ARE ALIVE!!!

Monday, March 25, 2024

इश्क हो जाता है




और कभी कभी वक्त बंध जाता है,
नज़रें ठहर जाती हैं,
और सांसें थम जाती हैं...
कभी कभी बस इश्क हो जाता है!



बस दो पल
और की हम भीख मांगते हैं...
पर पूरा दिन अकस्मात ढल जाता है,
कभी कभी बस इश्क हो जाता है!



जुदाई का समय करीब,
बेपनाह विरह अजीब,
बस एक चेहरा नज़र आता है...
कभी कभी बस इश्क हो जाता है!